Punjab News: लुधियाना के मेहरबान इलाके से इंसानियत को शर्मसार करने वाली घटना सामने आई है. जहां आरोपी ने 5वीं कक्षा की छात्रा से दुष्कर्म कर उसे गर्भवती कर दिया. मिली जानकारी के मुताबिक दोनों एक ही घर में रहते हैं. पीड़ित परिवार ने बताया कि आरोपियों ने लड़की को जान से मारने की धमकी दी, जिसके कारण लड़की ने कुछ नहीं बताया. पीड़ित परिवार अप्रवासी बताया जा रहा है.
यह मामला तब सामने आया जब एक दिन लड़की की मां उसकी स्कूल ड्रेस पहन रही थी. इसी बीच बच्ची का पेट फूलने पर मां को शक हुआ. जिसके बाद उन्होंने लड़की से बात की. लेकिन लड़की कुछ नहीं बोली. जिसके बाद मां बच्ची को डॉक्टर के पास ले गई, जहां डॉक्टर ने मां को बताया कि बच्ची को कैल्शियम की कमी के कारण पेट फूलने की समस्या है. जिसके बाद मां ने दूसरे डॉक्टर से लड़की की जांच कराई तो पता चला कि लड़की गर्भवती है. इसी बीच जब बच्ची की मां ने पूछताछ की तो बच्ची ने बताया कि उसके घर के क्वार्टर में रहने वाले शख्स ने उसके साथ दुष्कर्म किया है.
पीड़ित परिवार ने बताया कि अल्ताफ वहां किराये पर रहता है और बिहार का रहने वाला है. पीड़ित परिवार ने घटना की जानकारी पुलिस को दी. पुलिस ने आरोपी अल्ताफ को गिरफ्तार कर मामला दर्ज कर लिया है. पुलिस ने 31 जुलाई को मामला दर्ज किया. जिसके बाद जब लड़की गर्भवती हो गई तो मामला कोर्ट तक पहुंच गया. जहां कोर्ट ने लड़की का गर्भपात कराने का आदेश जारी कर दिया. कोर्ट के आदेश के बाद आईओ राधे श्याम महिला कांस्टेबल और पीड़ित परिवार के साथ लड़की को इलाज के लिए सिविल अस्पताल ले गए.
जहां डॉक्टरों ने बताया कि बच्ची के शरीर में 6 ग्राम खून है. ऐसी स्थिति में लड़की के गर्भपात के लिए रक्तदान की व्यवस्था की जानी चाहिए. जांच अधिकारी और पीड़ित परिवार ने सिविल अस्पताल के डॉक्टरों पर उनके साथ दुर्व्यवहार करने का आरोप लगाया है. आरोप है कि ब्लड बैंक में ब्लड यूनिट होने के बावजूद बाहर से ब्लड मंगाने को कहा जा रहा है. इस मामले को लेकर जब मीडिया ने एसएमओ मंदीप सिद्धू से बात की तो उन्होंने कहा कि वह मामले की जांच कर रहे हैं.
पीड़ित परिवार ने बताया कि जब उन्होंने पता किया तो पता चला कि ब्लड बैंक में 124 यूनिट खून है. आईओ का कहना है कि जब मामला एसएमओ और उच्च पुलिस अधिकारियों के संज्ञान में आया तो सिविल अस्पताल में ब्लड की व्यवस्था की गई. बताया जा रहा है कि बच्ची की हालत गंभीर है. पीड़िता का आरोप है कि वह सुबह 9 बजे से अस्पताल का चक्कर लगा रही है और उसे डॉक्टर से मिलने नहीं दिया जा रहा है. पीड़ित परिवार की मांग है कि आरोपियों को फांसी दी जाए.