Health News: गेहूं का आटा फाइबर, प्रोटीन और विटामिन बी से भरपूर होता है, जो वजन बढ़ाने में मदद करता है. यदि आप एक महीने तक गेहूं का आटा नहीं खाते हैं, तो आपका वजन कम हो सकता है, लेकिन इसका मतलब यह नहीं है कि आपको अपने आहार से गेहूं का आटा पूरी तरह से खत्म कर देना चाहिए. पेट और कमर की चर्बी जल्दी कम करने के मकसद से अक्सर लोग गेहूं से दूरी बना लेते हैं.(wheat flour roti)
– अगर आप 30 दिनों तक गेहूं के आटे की रोटी का सेवन नहीं करेंगे तो आपकी त्वचा चमक उठेगी. त्वचा के दाग-धब्बों से भी छुटकारा मिल जाएगा. इसके अलावा आपकी त्वचा लंबे समय तक स्वस्थ रहेगी.
– आपने कई बार देखा होगा कि जो लोग गेहूं के आटे की रोटियां अधिक खाते हैं उन्हें कब्ज, अपच और गैस जैसी कई समस्याओं का सामना करना पड़ता है. दरअसल, इसे पचने में चावल की तुलना में अधिक समय लगता है, जिसके कारण आपको ऐसी समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है.
– अगर आप लंबे समय तक गेहूं के आटे से दूर रहेंगे तो आपका पाचन तंत्र जरूर बेहतर होगा. आप रोटी की जगह गेहूं का दलिया खा सकते हैं, जो सेहत के लिए काफी फायदेमंद माना जाता है.
– एक महीने तक गेहूं का आटा न खाने से भी आपकी सेहत पर बुरा असर पड़ सकता है.इसमें फाइबर होता है जो मानसिक स्वास्थ्य में सुधार करता है और तनाव से राहत दिलाने में मदद करता है, हालांकि, आपको आहार विशेषज्ञ की मदद से यह तय करना चाहिए कि कितनी रोटी आपके स्वास्थ्य के लिए सही है.
– अगर आप गेहूं के आटे की रोटी नहीं खाना चाहते तो इसके लिए आप मल्टीग्रेन आटे का इस्तेमाल कर सकते हैं, जो सेहत के लिए बहुत अच्छा होता है. आप घर पर ही जौ, बाजरा और रागी के आटे से रोटी बना सकते हैं.
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