Punjab News: मुख्यमंत्री भगवंत मान ने भारतीय अंतरिक्ष एवं अनुसंधान संगठन (इसरो) केंद्र, श्रीहरिकोटा से चंद्रयान-3 का लाइव प्रक्षेपण देखकर लौटे लगभग 30 सरकारी स्कूल के छात्रों से मुलाकात की और उनका अनुभव जाना.
पंजाब सरकार ने लॉन्च देखने के लिए सरकारी स्कूलों के 15 लड़कों और 15 लड़कियों को अपने खर्च पर श्रीहरिकोटा भेजा. मुख्यमंत्री ने कहा कि इनमें से अधिकतर छात्रों ने पहली बार हवाई यात्रा की है.
मुख्यमंत्री ने कहा कि इसरो आने वाले दिनों में लगभग 13 अलग-अलग परियोजनाओं के तहत अंतरिक्ष और मिसाइल कार्यक्रम संचालित करेगा, जिससे राज्य के अधिक से अधिक छात्र विज्ञान और प्रौद्योगिकी के बारे में अपना ज्ञान बढ़ाएंगे.
भगवंत मान ने कहा कि चूंकि किसी भी क्षेत्र में छात्रों के ज्ञान को बढ़ाने में थ्योरी से ज्यादा प्रैक्टिकल की अहम भूमिका होती है, इसलिए ये टूर छात्रों को भविष्य की चुनौतियों के लिए तैयार करने में अहम भूमिका निभाएंगे.मुख्यमंत्री ने कहा कि यह बड़े गर्व और संतुष्टि की बात है कि इसरो ने राज्य में अंतरिक्ष संग्रहालय स्थापित करने में गहरी रुचि दिखाई है.
उन्होंने कहा कि पंजाब में इस प्रोजेक्ट की स्थापना के लिए राज्य सरकार इसरो को पूरा सहयोग देगी. भगवंत मान की कल्पना थी कि इस संग्रहालय की स्थापना से राज्य में विज्ञान संस्कृति का विकास होगा. मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार पंजाब की शिक्षा व्यवस्था में बड़े सुधार लाने पर विशेष ध्यान दे रही है.
उन्होंने कहा कि राज्य सरकार 23 जुलाई को प्राचार्यों के दो समूह सिंगापुर भेजेगी ताकि वे वहां की शिक्षा व्यवस्था को देखकर नया अनुभव हासिल कर सकें. अतीत में, कुछ शिक्षकों को इसी तरह के प्रशिक्षण के लिए सिंगापुर भेजा गया है और इसका उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि शिक्षक दुनिया भर में शिक्षा में सर्वोत्तम प्रथाओं के बारे में सीख सकें और राज्य में छात्रों के साथ उस विशेषज्ञता को साझा कर सकें.
मुख्यमंत्री ने आगे कहा कि उनकी सरकार राज्य की 70 साल से अधिक पुरानी शिक्षा प्रणाली में बड़े सुधार लाने के लिए शिक्षा क्षेत्र में सुधार लाने के लिए ठोस प्रयास कर रही है. उन्होंने कहा कि राज्य में शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए बुनियादी ढांचे और मानव संसाधन के विकास पर पूरा ध्यान दिया जा रहा है. भगवंत मान ने कहा कि वह दिन दूर नहीं जब पंजाब देश भर में गुणवत्तापूर्ण शिक्षा का केंद्र बनकर उभरेगा.