Myanmar Earthquake: म्यांमार में आए भीषण भूकंप से हुई मौत और तबाही के बीच भारत ने भूकंप से प्रभावित लोगों की मदद के लिए पांच सैन्य विमानों में राहत सामग्री, बचाव दल और चिकित्सा उपकरण भेजे हैं. इस भूकंप में 1,700 से अधिक लोग मारे गए हैं और लगभग 3,000 घायल हुए हैं.
भारत ने शुक्रवार को म्यांमार और थाईलैंड में आए भूकंप से हुई तबाही के बाद तत्काल कार्रवाई करते हुए ‘ऑपरेशन ब्रह्मा’ नामक राहत मिशन शुरू किया.
विदेश मंत्रालय के नेतृत्व में भारतीय सेना, इंडियन एयरफोर्स, नौसेना और NDRF के साथ मिलकर भूकंप प्रभावित म्यांमार को राहत सामग्री, दवाइयां, राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल मुहैया कराने की कोशिशें जारी हैं.
भारतीय नौसेना के जहाज आईएनएस सतपुड़ा और सावित्री, पूर्वी नौसेना कमान से जरूरी मानवीय सहायता और आपदा राहत पहुंचाने के लिए यांगून भेजे गए हैं. इसमें भारी मात्रा में राहत सामग्री, दवाइयां, खाद्य पदार्थ जैसे जरूरी सामान शामिल हैं.
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने शनिवार देर रात ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, “महिला एवं बाल देखभाल सेवा के कर्मियों सहित भारतीय सेना की 118 सदस्यीय फील्ड अस्पताल इकाई और 60 टन राहत सामग्री लेकर दो सी-17 विमान म्यांमार पहुंच गए हैं।” इसके साथ ही आज भारत से म्यांमार के लिए कुल पांच राहत उड़ानें भेजी गई हैं.
सहायता प्रदान करने की भारत की प्रतिबद्धता को रेखांकित करते हुए, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शनिवार को म्यांमार के वरिष्ठ जनरल मिन आंग हलिंग से बात की और कहा कि भारत उस देश के लोगों के साथ मजबूती से खड़ा है.
भारतीय नौसेना के जहाज आईएनएस सतपुड़ा और सावित्री, पूर्वी नौसेना कमान से जरूरी मानवीय सहायता और आपदा राहत पहुंचाने के लिए यांगून भेजे गए हैं. इसमें भारी मात्रा में राहत सामग्री, दवाइयां, खाद्य पदार्थ जैसे जरूरी सामान शामिल हैं.
म्यांमार लगातार कर रहा मदद की अपील
म्यांमार के राज्य प्रशासन परिषद की सूचना टीम ने जानकारी दी है कि भूकंप में 1600 से ज्यादा लोग मारे गए, 2,376 लोग घायल हुए और 30 लोग अब भी लापता हैं. म्यांमार के नेता वरिष्ठ जनरल मिन आंग ह्लाइंग ने स्थानीय और अंतर्राष्ट्रीय समुदायों से मानवीय सहायता की अपील की है.
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