Pahalgam Terror Attack 2025: पीएम मोदी की आतंकवाद विरोधी मुहिम को ट्रंप का समर्थन, अमेरिका ने पाकिस्तानी TRF पर लगाया प्रतिबंध

Pahalgam Terror Attack 2025: अमेरिका ने पाकिस्तान स्थित आतंकी संगठन ‘द रेजिस्टेंस फ्रंट’ (TRF) को विदेशी आतंकवादी संगठन (FTO) और विशेष रूप से नामित वैश्विक…

Pahalgam Terror Attack 2025: अमेरिका ने पाकिस्तान स्थित आतंकी संगठन ‘द रेजिस्टेंस फ्रंट’ (TRF) को विदेशी आतंकवादी संगठन (FTO) और विशेष रूप से नामित वैश्विक आतंकवादी (SDGT) घोषित किया है. यह फैसला जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में 22 अप्रैल 2025 (Pahalgam terror attack 2025) को हुए आतंकी हमले के बाद आया है, जिसमें 26 लोग मारे गए थे.

TRF ने इस हमले की जिम्मेदारी ली थी. यह संगठन लश्कर-ए-तैयबा (एलईटी) का एक छद्म समूह है, और इस कदम को भारत ने आतंकवाद के खिलाफ भारत-अमेरिका सहयोग के एक मजबूत कदम के रूप में सराहा है. (Trump supports PM Modi’s anti-terrorism campaign)

अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रुबियो ने ‘द रेजिस्टेंस फ्रंट’ (TRF) को लश्कर-ए-तैयबा का एक मुखौटा बताया है, जिसका मुख्यालय और ऑपरेशन पाकिस्तान में है। लश्कर पहले भी कई आतंकी घटनाओं में शामिल रहा है। पहलगाम हमले के बाद अमेरिका ने आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में भारत के साथ खड़े होने की बात कही थी।

TRF ने ली थी पहलगाम हमले की जिम्मेदारी

रुबियो ने कहा कि TRF को आतंकवादी संगठन घोषित किया जाना हमारे राष्ट्रीय सुरक्षा हितों की रक्षा करने की सोच को दर्शाता है. इससे यह भी पता चलता है कि हम आतंकवाद का मुकाबला करने के लिए और पहलगाम हमले के न्याय के लिए कितने प्रतिबद्ध हैं. TRF ने पहलगाम हमले की जिम्मेदारी ली थी. इसे अमेरिका ने 2008 में हुए मुंबई हमले के बाद भारत में नागरिकों के लिए सबसे घातक आतंकी संगठन करार दिया था.

पाकिस्तान को बड़ा झटका

पाकिस्तान को बड़ा झटका लगा है क्योंकि अमेरिका ने TRF को आतंकवादी संगठन घोषित कर दिया है. इससे पाकिस्तान की आतंकियों को पनाह देने और भारत के खिलाफ उनका इस्तेमाल करने की रणनीति को बड़ा झटका लगा है. अब TRF पर कड़े प्रतिबंध लग सकते हैं, जो कश्मीर में सुरक्षा बलों पर हमले करवा चुका है.

पहलगाम हमला पिछले साल 22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम की खूबसूरत बैसरन घाटी में पांच हथियारबंद आतंकियों ने पर्यटकों पर हमला कर दिया. इस हमले में 26 लोग मारे गए, जिनमें ज्यादातर हिंदू पर्यटक थे, साथ ही एक ईसाई पर्यटक और एक स्थानीय मुस्लिम भी शामिल थे. आतंकियों ने एम4 कार्बाइन और एके-47 जैसे घातक हथियारों का इस्तेमाल किया. यह हमला 2008 के मुंबई हमलों के बाद भारत में सबसे भयानक आतंकी घटनाओं में से एक माना जा रहा है.

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