Punjab News: आज दरगाह बाबा हाजी रत्तन (वक्फ़ बोर्ड कार्यालय परिसर) में एक भव्य आध्यात्मिक समारोह का आयोजन किया गया. इस पावन अवसर पर डॉ. सूफ़ी राज जैन जी — जो सर्वधर्म ख़्वाजा मंदिर, होशियारपुर के संस्थापक एवं अध्यक्ष तथा सूफ़ी इस्लामिक बोर्ड (SIB) के नॉर्थ ज़ोन उपाध्यक्ष हैं — ने अपनी गरिमामयी उपस्थिति दर्ज करवाई.
इस विशेष मौके पर डॉ. सूफ़ी राज जैन जी ने दरगाह में संदल, चंदन और अलम पेश किया, जो सूफ़ी परंपरा में श्रद्धा, भक्ति और सम्मान का प्रतीक माना जाता है.
बाबा हाजी रत्तन हिन्दी का संक्षिप्त जीवन परिचय:बाबा हाजी रत्तन एक महान संत थे. ऐसा माना जाता है कि वे जन्म से हिंदू थे और उन्होंने जीवन में चार बार हज यात्रा (मक्का) की थी, जिसके कारण उन्हें “हाजी” की उपाधि प्राप्त हुई.
उनकी शिक्षाएं धर्म, जाति और संप्रदाय से ऊपर उठकर मानव सेवा, भाईचारे और सर्वप्राणी कल्याण का संदेश देती हैं. आज भी उनकी दरगाह हिंदू, मुस्लिम, सिख सहित सभी धर्मों के श्रद्धालुओं की आस्था का केंद्र बनी हुई है.
दरगाह परिसर में स्थित गुरुद्वारा श्री हाजी रत्तन हिन्दी साहिब यह दर्शाता है कि यह स्थल सभी धर्मों के आपसी सौहार्द और एकता का जीवंत प्रतीक है.
विशिष्ट उपस्थिति:इस अवसर पर देश के विभिन्न भागों से अनेक सूफ़ी संत एवं श्रद्धालु उपस्थित रहे. विशेष रूप से उपस्थित रहने वालों में शामिल थे.
सूफ़ी ज़ुबैर मस्तान (SIB अध्यक्ष, गोवा तथा दरगाह बाबा हाजी रत्तन हिन्दी के दरगाह प्रभारी, जिन्हें सूफ़ी इस्लामिक बोर्ड द्वारा नियुक्त किया गया है). रिज़वान (अमरोहा)•रोहित नहाल एवं संदीप भट्टी (होशियारपुर)•विशाल वर्मा एवं गौरव राजपूत (जालंधर)
यह आयोजन सभी धर्मों के बीच आपसी प्रेम, शांति और सौहार्द को बढ़ावा देने वाला रहा, जो बाबा हाजी रत्तन जी की शिक्षाओं के मूल संदेश को प्रतिबिंबित करता है.