Pulwama Attack 2019: पुलवामा हमले में बड़ा खुलासा; अमेज़ॅन से खरीदा गया था विस्फोटक: FATF

Pulwama Attack 2019: फाइनेंशियल एक्शन टास्क फोर्स (FATF) की हालिया रिपोर्ट में खुलासा हुआ है कि आतंकवादी ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म, वर्चुअल प्राइवेट नेटवर्क (VPN) और ऑनलाइन…

Pulwama Attack 2019: फाइनेंशियल एक्शन टास्क फोर्स (FATF) की हालिया रिपोर्ट में खुलासा हुआ है कि आतंकवादी ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म, वर्चुअल प्राइवेट नेटवर्क (VPN) और ऑनलाइन पेमेंट प्लेटफॉर्म का उपयोग आतंकवादी गतिविधियों के लिए धन जुटाने हेतु कर रहे हैं. रिपोर्ट में 2019 के पुलवामा हमले और 2022 के गोरखनाथ मंदिर हमले का उदाहरण दिया गया है, जिसमें आतंकवादियों ने ऑनलाइन माध्यमों का उपयोग सामग्री और वित्तीय लेनदेन के लिए किया था.

मंगलवार (आठ जुलाई, 2025) को जारी रिपोर्ट में वर्ष 2019 के पुलवामा हमले और वर्ष 2022 के गोरखनाथ मंदिर पर हुए हमले का जिक्र किया गया है.रिपोर्ट में कहा गया है कि पुलवामा हमले के लिए आतंकियों ने जो आरडीएक्स तैयार किया था, उसे बनाने के लिए उन्होंने अमेजन से जरूरी केमिकल अल्यूमीनियम पाउडर मंगवाया था. जबकि गोरखनाथ मंदिर पर हमला करने वाले इस्लामिक स्टेट (आइएस) से प्रभावित आतंकी ने ऑनलाइन पेमेंट प्लेटफार्म का इस्तेमाल करता था.

प्रतिनिधिमंडल ने टी.एफ. रिपोर्ट में आतंकवादी गतिविधियों में शामिल कुछ संगठनों द्वारा धन जुटाने की तकनीक या वित्तीय प्रबंधन रणनीति के हिस्से के रूप में (आतंकवादी वित्तपोषण के लिए) सरकारी प्रायोजन के उपयोग का हवाला दिया गया है. वित्तीय कार्रवाई कार्य बल (एफएटीएफ) ने कहा कि सहायता के कई रूपों की सूचना मिली है, जिनमें प्रत्यक्ष वित्तीय सहायता, रसद और सामग्री सहायता या प्रशिक्षण का प्रावधान शामिल है. जून में, एफएटीएफ ने अप्रैल 2025 के पहलगाम आतंकवादी हमले की निंदा करते हुए कहा था कि वित्तीय सहायता के बिना ऐसे हमले संभव नहीं होते.

ऑनलाइन वीडियो गेम्स भी खतरा
एफएटीएफ ने ऑनलाइन वीडियो गेम्स या ऑनलाइन गेमिंग के संभावित खतरे के बारे में भी बताया है और सभी देशों को इनको लेकर ज्यादा सतर्क रहने को कहा है. मंगलवार को जारी रिपोर्ट में पाकिस्तान का सीधे तौर पर नाम तो नहीं है, लेकिन जिन आतंकी वारदातों का इसमें जिक्र है, उनको लेकर भारतीय एजेंसियां पाकिस्तान पोषित आतंकी संगठनों का नाम लेती रही हैं.

एफएटीएफ ने भारत में आतंकवादी हमले के लिए सामग्री की खरीद के लिए ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म के उपयोग का केस स्टडी किया.एजेंसी ने कहा कि हमले में इस्तेमाल किया गया विस्फोटक उपकरण एल्यूमीनियम पाउडर, ईपीओएम का एक प्रमुख घटक था. इसे अमेज़न के माध्यम से खरीदा गया था. इस सामग्री का उपयोग विस्फोट के प्रभाव को बढ़ाने के लिए किया गया था.

फरवरी 2019 में जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में भारतीय सुरक्षा बलों के काफिले को निशाना बनाकर आत्मघाती हमला किया गया था, जिसमें 40 जवान शहीद हो गए थे. भारतीय अधिकारियों ने निष्कर्ष निकाला कि यह हमला जैश-ए-मोहम्मद द्वारा किया गया था.

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