सरकारी स्कूलों में निजीकरण को बढ़ावा देने में लगी सरकार- सैलजा

चंडीगढ़, 17 अगस्त । हरियाणा कांग्रेस अध्यक्ष कुमारी सैलजा (kumari selja) ने कहा कि प्रदेश की भाजपा-जजपा (BJP-JJP) सरकार प्रदेश के छात्रों को आगे बढ़ने…

चंडीगढ़, 17 अगस्त । हरियाणा कांग्रेस अध्यक्ष कुमारी सैलजा (kumari selja) ने कहा कि प्रदेश की भाजपा-जजपा (BJP-JJP) सरकार प्रदेश के छात्रों को आगे बढ़ने से रोकने के लिए तरह-तरह की रणनीति बना रही है। सरकारी स्कूलों (government school) में 11वीं व 12वीं के छात्रों की संख्या तय करने का आदेश भी इसी रणनीति का हिस्सा है।

एक बयान में कुमारी सैलजा ने कहा कि इसके साथ ही सरकार अब सरकारी स्कूलों में भी निजीकरण को बढ़ावा देने के लिए कदम बढ़ा रही है, जो बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है। नए रोजगार सृजन में विफल सरकार नौकरियों के नाम पर युवाओं के भविष्य को निजी हाथों में सौंपकर कौन से सुशासन की बात करती है? इसके साथ ही उन्होंने अंडरग्रैजुएट कोर्सेज के लिए सरकारी और प्राइवेट कॉलेजों में दो लाख 11 हजार के आस-पास ही सीट उपलब्ध होने को लेकर सरकार को घेरा है। उन्होंने कहा कि हरियाणा में पांच लाख के तकरीबन छात्र हर वर्ष पास होते हैं। तीन लाख बच्चे कहां जाएंगे?

कुमारी सैलजा ने कहा कि प्रदेश सरकार ने 11वीं व 12वीं कक्षा की साइंस स्ट्रीम में 20 छात्र संख्या से कम वाले सरकारी स्कूलों को बंद करने का निर्णय लिया है। जिन स्कूलों को बंद किया जाएगा, उनके छात्रों को अन्य स्कूलों में समायोजित किया जाएगा। यानी, मौजूदा स्कूल से नए स्कूल की दूरी 20-25 और 30 किलोमीटर भी हो सकती है। सरकारी स्कूलों में पढ़ने वाले छात्र आम तौर पर गरीब परिवारों से हैं और वे इतनी दूर का सफर हर रोज नहीं कर पाएंगे। लड़कियों की सुरक्षा को देखते हुए काफी परिजन उन्हें स्कूल भेजने से परहेज कर सकते हैं। ऐसे में मजबूरीवश या तो इन छात्रों को निजी स्कूलों में दाखिला लेना होगा या फिर अपनी पढ़ाई बीच में छोड़नी होगी। 

कुमारी सैलजा ने कहा कि सरकारी स्कूलों से साइंस स्ट्रीम को बंद करने के पीछे सरकार की यह मंशा नजर आ रही है कि ग्रामीण क्षेत्रों के बच्चे मेडिकल व इंजीनियरिंग के क्षेत्र में कैरियर न बना लें। सरकार को चाहिए कि वह इन 450 स्कूलों को बंद करने की बजाए साइंस स्ट्रीम के प्रति छात्रों को जागरूक करे। उन्हें बताए कि साइंस स्ट्रीम से पढ़कर किस प्रकार अपने भविष्य को उज्ज्वल किया जा सकता है। कुमारी सैलजा ने कहा कि हरियाणा सरकार द्वारा लिए जा रहे फैसले पूरी तरह से छात्र विरोधी हैं। सरकार अपने फैसले पर पुनर्विचार कर छात्र हित में कदम उठाए। सरकार को कम छात्र संख्या वाले स्कूलों को बंद करने की बजाए साइंस स्ट्रीम में दाखिले को लेकर प्रदेशव्यापी अभियान चलाना चाहिए, ताकि विज्ञान विषयों की शिक्षा लेकर ग्रामीण क्षेत्रों के बच्चे भी आगे बढ़ सकें।

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