Myntra News: फ्लिपकार्ट की सब्सिडरी कंपनी मिंत्रा (Myntra) पर बड़ा आरोप लगा है. प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने मिंत्रा पर 1654 करोड़ रुपये के विदेशी निवेश घोटाले का आरोप लगाया है, जिसमें कंपनी पर थोक व्यापार की आड़ में मल्टी-ब्रांड रिटेल ऑपरेशन करने का आरोप है. ईडी का कहना है कि मिंत्रा ने एफडीआई नियमों का उल्लंघन किया है और थोक व्यापार के नाम पर खुदरा कारोबार किया है. इस मामले में ईडी ने मिंत्रा और इससे जुड़ी कंपनियों के खिलाफ शिकायत दर्ज की है.
ईडी के अनुसार, मिंत्रा और उससे जुड़ी संस्थाओं ने मल्टी-ब्रांड रिटेल ट्रेड की गतिविधियां संचालित कीं, जबकि उन्होंने ‘होलसेल कैश एंड कैरी’ बिजनेस के रूप में काम करने का झूठा दावा किया. एजेंसी का कहना है कि इस तरह की गलतबयानी भारत की प्रत्यक्ष विदेशी निवेश नीति (FDI Policy) का सीधा उल्लंघन है.
1654 करोड़ रुपये का गबन
प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने मिंत्रा डिजाइन्स प्राइवेट लिमिटेड और उसकी सहयोगी कंपनियों के खिलाफ 1654.35 करोड़ रुपये के विदेशी मुद्रा उल्लंघन मामले में FEMA के तहत शिकायत दर्ज की है. ईडी का आरोप है कि मिंत्रा ने विदेशी निवेश नियमों का उल्लंघन किया और थोक व्यापार की आड़ में खुदरा कारोबार में शामिल हुई. इस मामले में आगे की जांच जारी है.
जांचकर्ताओं का आरोप है कि वेक्टर ई-कॉमर्स की स्थापना जानबूझकर कंज्यूमर सेल्स को होलसेल ट्रेड के रूप में प्रस्तुत करके मल्टी-ब्रांड रिटेल पर एफडीआई प्रतिबंधों को दरकिनार करने के लिए की गई थी.
बता दे कि मिंत्रा का स्वामित्व फ्लिपकार्ट के पास है. फ्लिपकार्ट ने साल 2014 में मिंत्रा का अधिग्रहण कर लिया था. मिंत्रा, खासकर फ़ैशन और लाइफस्टाइल सेगमेंट से जुड़े प्रोडक्ट्स ऑफर करता है.
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