Haryana News: हरियाणा के कुरुक्षेत्र के शाहाबाद क्षेत्र में पूर्व सांसद नवीन जिंदल के परिवार ने फैसला किया था कि उन्हें किसी भी पार्टी से चुनाव नहीं लड़ना है. वे कांग्रेसी थे, लेकिन भाजपा ने किसी एजेंसी का डर दिखाकर न केवल उन्हें पार्टी में शामिल कर लिया बल्कि 10 साल बाद उन्हें कुरुक्षेत्र में चुनाव लड़ने के लिए भेज दिया.
कुरुक्षेत्र के लाडवा उपमंडल पहुंचे इंडियन नेशनल लोकदल के प्रधान महासचिव एवं कुरुक्षेत्र लोकसभा से इनेलो प्रत्याशी अभय चौटाला(Abhay Chautala) कांग्रेस पार्टी द्वारा उम्मीदवार घोषित न करने पर बोले आज कोई भी कांग्रेस का बड़ा नेता चुनावी मैदान में आने को तैयार नहीं क्योंकि सबको हार का डर सता रहा है, नवीन जिंदल व सुशील गुप्ता पर उन्होंने तंज कसा कहा जो भी प्रत्याशी मैदान में हैं जो केवल और केवल अपना दांव लगाने के लिए आते है.
अभय चौटाला(Abhay Chautala) ने कहा हमने कार्यकर्ताओं की ड्यूटी लगाई है कि वह घर-घर जाकर सरकार की जनविरोधी नीतियों के बारे में जनता को बताए कांग्रेस और भाजपा दोनों राष्ट्रीय पार्टी हैं मगर दोनों पार्टियों के पास अपना कोई प्रत्याशी नहीं है. कांग्रेस तो मैदान ही छोड़ गई. पंजाब सरकार ने सुप्रीम कोर्ट के फैसले को भी मानने से इनकार कर दिया और हमें हमारे हिस्से का पानी नही दिया. किसी भी कीमत पर हरियाणा की जनता आम आदमी पार्टी के पक्ष में अपनी वोट नहीं देगी.
उन्होंने आगे कहा कि भाजपा के पास तो उम्मीदवार ही नहीं था 35 मिनट पहले ED व सीबीआई का डर दिखा कर नवीन जिंदल को कांग्रेस से भाजपा में शामिल किया गया और फिर उम्मीदवार बनाकर कुरुक्षेत्र में चुनाव लड़ने के लिए भेज दिया.
अभय चौटाला ने कहा मुझे उद्योगपतियों से कोई डर नहीं प्रदेश का किसान मेरे साथ है. यह लड़ाई पूंजीपति और किसान, लुटेरे और कमेरे की है.
अभय चौटाला बोले करनाल विधानसभा का जो उप चुनाव होगा हर व्यक्ति की इच्छा है कि नए मुख्यमंत्री नायब सैनी को करनाल विधानसभा के चुनाव में हराया जाए, अगर सभी स्वार्थ से ऊपर उठकर कोई एक सर्वसम्मति से प्रत्याशी लाए, तो मैं उसका सबसे पहले समर्थन करूंगा.