Rajasthan News: राजस्थान के भीलवाड़ा में एक एम्बुलेंस का दरवाजा कथित रूप से जाम हो जाने के कारण उसमें बैठी एक महिला मरीज को समय पर बाहर नहीं निकाला जा सका जिस वजह से उसकी मौत हो गई. एक अधिकारी ने मंगलवार को यह जानकारी देते हुए बताया कि मामले की जांच के लिए चार सदस्यीय समिति गठित की गई है.
इसके अनुसार, सुलेखा (45) नामक महिला ने रविवार को अपने कमरे में फांसी लगाकर आत्महत्या का प्रयास किया, जिसके बाद उसे जिला अस्पताल ले जाया गया. लेकिन वहां, कथित तौर पर एम्बुलेंस का दरवाजा जाम हो गया और उसे एम्बुलेंस की खिड़की तोड़कर बाहर निकाला गया, लेकिन डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया.
महिला के परिवार ने आरोप लगाया कि दरवाजा जाम होने के कारण बहुमूल्य समय बर्बाद हुआ, क्योंकि वह 15 मिनट तक एम्बुलेंस के अंदर फंसी रही। जिला कलेक्टर नमित मेहता ने मामले की जांच सहायक कलेक्टर अरुण जैन को सौंपी है.
भीलवाड़ा के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. सीपी गोस्वामी ने भी मामले की जांच के लिए एक कमेटी गठित की है. उन्होंने कहा कि मामले की जांच के लिए चार सदस्यीय समिति गठित की गई है और जल्द ही रिपोर्ट सौंप दी जाएगी. उन्होंने कहा कि समिति एम्बुलेंस रिकॉर्ड, अस्पताल आगमन विवरण, पोस्टमार्टम रिपोर्ट और अन्य खामियों की जांच करेगी.हालांकि, एम्बुलेंस संचालन करने वाली कंपनी ईएमआरआईजीएचएस ने इस बात से इनकार किया है कि महिला की मौत एम्बुलेंस का दरवाजा जाम होने के कारण हुई.
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