Delhi News: यमुना नदी पर दादी की अस्थियां विसर्जित करने गए युवक की डूबने से मौत हो गई.युवक अपने दो भाईयों के साथ अस्थियां विसर्जित करने के बाद यमुना में नहाने के लिए उतरा था. यमुना में युवकों को डूबता देख गांव के लोगों ने दो सगे भाईयों को 6 घंटे की मेहनत मशक्कत के बाद तो बचा लिया लेकिन तीसरे युवक को नहीं बचा पाए. थाना छायंसा पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम करवाने के लिए बीके अस्पताल की मोर्चरी में रखवा दिया है.
घटना दिल्ली से सटे फरीदाबाद के बल्लभगढ़ में छायंसा गांव स्थित यमुना नदी के घाट की है. फिलहाल पुलिस ने मृतक युवक के शव को पोस्टमार्टम के लिए मोर्चरी में रखवा दिया है.
थाना छांयसा प्रभारी राजबीर ने बताया कि उनको शुक्रवार सुबह सूचना मिली की एक युवक यमुना में गांव मोहना छांयसा पर बने कट पुलिया के पास नहाते वक्त डूब गया है. सूचना मिलने के बाद पुलिस ने मौके पर पहुंच कर तलाश शुरू की.
उन्होंने बताया कि इंदिरा कॉलोनी मुजेसर निवासी दीपक, अमित और सुमित अपने एक और भाई के साथ दादी की अस्थियां विसर्जित करने के लिए गए थे. शुक्रवार की सुबह 10 बजे अस्थियों को विसर्जित करने के बाद चार में तीन युवक गर्मी के चलते नहाने के लिए यमुना में चले गए। उस दौरान गांव के लोग आम जनता को पानी पिलाने की सेवा कर रहे थे. तभी तीन युवक नहाते वक्त डूबने लगे. जिसमें से गांव के लोगों ने दोनों सगे भाई अमित और सुमित को सुरक्षित बचा लिया लेकिन दीपक डूब गया.
पुलिस ने मौके पर पहुंच कर एनडीआरएफ की टीम को सूचना दी, लेकिन टीम बठिंडा से आने के चलते उन्होंने गांव के लोगों की मदद से 8 घंटे के बाद दीपक के शव को यमुना नदी में तलाश कर लिया. दीपक की उम्र 30 साल थी उसके दो बच्चे हैं। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए बीके अस्पताल की मोर्चरी में रखवा दिया.